RBI ने अपनी पिछली चार द्विमासिक समीक्षाओं में नीतिगत रेपो दर को अपरिवर्तित रखा है.
केंद्रीय बैंक ने कहा कि बैंक के पास पर्याप्त पूंजी नहीं है और कमाई की संभावनाएं भी नहीं हैं
पूर्व डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने कहा है कि 2018 में केंद्र सरकार में बैठे कुछ लोगों ने चुनाव से पहले ‘लोकलुभावन’ खर्चों के लिए केंद्रीय बैंक से 2-3 लाख करोड़ रुपए लेना चाहते थे